ऊना में युवतियों के कत्ल से खौफ

ऊना। महिला वर्ग को सुरक्षित करने के लिए ली जा रही कसमें, उन्हें सुरक्षित करने के लिए किए जा रहे दावे, सब बेकार साबित हो रहे हैं। ऊना जिले में एक माह में दो महिलाओं की हत्या कर फेंकी गई लाशों से सनसनी फैली हुई है, लेकिन यह महिलाएं कौन हैं और इनका कत्ल किसने किया है, इसका पुलिस तंत्र पता नहीं लगा पाया है।
29 मार्च 2013 को पीरनिगाह क्षेत्र के मदनपुर बसोली में भी करीब 24-25 साल की युवती की लाश बरामद हुई थी। जिसकी शिनाख्त करने में आज तक पुलिस नाकाम रही है। वहीं, रविवार को गगरेट के बणे दी हट्टी में मिला 20-25 साल की युवती का शव पुलिस के लिए नई पहेली बन गया है। इन दोनों युवतियों के संदर्भ में पुलिस ने हत्याओं के केस दर्ज किए हैं। हत्या आरोपियों को पकड़ना तो दूर, पुलिस इन युवतियों की शिनाख्त भी नहीं कर पाई है। इससे पूर्व 12 मार्च 2013 को अंब के कलरूही में 10 वर्षीय बालिका के साथ दुराचार कर उसे मौत के घाट उतारने का मामला आज भी पुलिस के लिए सिरदर्दी बन चुका है। कुल मिलाकर एक के बाद एक हो रही इन वारदातों के सामने पुलिस तंत्र पूरी तरह बेबस खड़ा दिखाई दे रहा है। जिले के बुद्धिजीवियों में आरएन पाठक, ओपी शांत, आरके शर्मा, बीसी शर्मा, पूर्ण सिंह ठाकुर, देसराज बाली का कहना है कि महिलाओं के प्रति हो रहे इस प्रकार के अपराध बेहद चिंताजनक हैं। इनकी रोकथाम के लिए पुख्ता कदम उठाए जाने चाहिए। उधर, एएसपी राकेश सिंह का कहना है कि पुलिस सभी मामलों की छानबीन कर रही है। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

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